भूविस्थापितों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, कार्यवाही की मांग पर- सीएमडी को पत्र

इंडियन महानायक न्यूज़ 24 ललित महिलांगे की रिपोर्ट कोरबा
एसईसीएल गेवरा क्षेत्र में भूविस्थापित ठेका कामगारों (ड्राइवर ) के साथ की गई जानलेवा हमला के दोषियों पर कड़ी कार्यवाही एवं बाहरी लोंगो के खनन क्षेत्र में प्रवेश लगाने की मांग पर ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने एसईसीएल के सीएमडी को पत्र लिखा है ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने सीएमडी एसईसीएल को लिखे अपने पत्र में बताया है कि 5 मई 2025 को गेवरा क्षेत्र में कोयला खनन फेस से कोल स्टॉक तक परिवहन कार्य मे लगे गाड़ियों के ड्राइवरों पर रोड सेल के दलालों के द्वारा जानलेवा हमला किया गया है जिससे यह स्पष्ट होता हैं एसईसीएल प्रबन्धन अपने ही कामगारों की सुरक्षा करने में नाकाम है जबकि यहां पर सुरक्षा के नाम पर सीआईएसएफ और त्रिपुरा रायफल को तैनात किया गया है ।
उन्होंने कहा कि जिन कामगारों के ऊपर छजानलेवा हमला हुआ है वो अपना पुरखो की संपत्ति को कुर्बान करने वाले भूविस्थापित किसानों के परिवार के युवा है जिनको स्थायी रोजगार नही मिल पाने के कारण आउटसोर्सिंग कम्पनी के लिए कार्य कर रहे हैं और जिन्होंने हमला किया है वो रोड सेल के कार्य मे लगे दलाल हैं तथा अपनी मनमर्जी से कोयला स्टॉक से अपनी ट्रांसपोर्ट कंपनी के लिए कोयला उठाना चाहते हैं यहां पर एसईसीएल के कोल डिस्पेच इंचार्ज की भूमिका को भी जिम्मेदार माना जा रहा है जो लंबे समय से यहां पर जमे हुए है और उनकी सरंक्षण में कोयला उठाव का कार्य हो रहा है इससे डीजीएमएस की नियमो व सुरक्षा उपायों की अनदेखी किया जाना स्प्ष्ट होता है कि खनन परिसर में अनाधिकृत व्यक्तियों को प्रवेश कैसे दिया जा रहा है ।विगत दिनों कोरबा क्षेत्र अंतर्गत सराईपाली परियोजना में भी कोयला दलालों की आपसी रंजिश से एक हत्या हो चुकी है तथा अन्य खदानों में भी इस तरह की घटना हो रही है जिस पर कड़ाई से रोक लगाने की आवश्यकता है ।
भूविस्थापित नेता ने अपने पत्र में मांग किया है कि भूविस्थापित कामगारों के साथ जानलेवा हमला करने वाले लोंगो पर कड़ी कानूनी कार्यवाही के साथ ही भविष्य में खनन क्षेत्र में प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाई जाये पिछले कई सालों से एक ही जगह पर जमे और सुरक्षा नियमो का उलंघन करने वाले सबंधित एसईसीएल कमर्चारियों का उस स्थान से हटाया जाए घटना में घायल हुये भूविस्थापित ठेका कामगारों का विभागीय इलाज की व्यवस्था और भत्ता प्रदान किया जाए भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था किया जाए ।