रेव पार्टी में एकनाथ खडसे के दामाद की गिरफ्तारी से मचा सियासी भूचाल…प्रांजल खेवलकर 29 जुलाई तक पुलिस हिरासत में

इंडियन महानायक न्यूज 24 समाचार
पुणे/मुंबई, 28 जुलाई। Rave Party Controversy : महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गई है। इस बार वजह बनी है पुणे के खराड़ी इलाके में एक स्टूडियो अपार्टमेंट में आयोजित की गई हाईप्रोफाइल रेव पार्टी, जहां से गिरफ्तार किए गए सात लोगों में से एक की पहचान राकांपा (शरद पवार गुट) नेता एकनाथ खडसे के दामाद प्रांजल खेवलकर के रूप में हुई है।
पुणे पुलिस ने रविवार तड़के छापा मारते हुए पार्टी से 2.7 ग्राम कोकीन, 70 ग्राम गांजा, हुक्का सेट, हुक्का फ्लेवर और शराब की कई बोतलें बरामद कीं। पुलिस के मुताबिक सभी सात आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां 29 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
राजनीतिक हलकों में गर्मी
जैसे ही प्रांजल खेवलकर का नाम सामने आया, राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई। खेवलकर की शादी राकांपा नेता एकनाथ खडसे की बेटी रोहिणी खडसे से हुई है, जो पार्टी की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
इस घटनाक्रम पर एकनाथ खडसे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “इसमें राजनीतिक मकसद भी हो सकता है। पुलिस की कार्रवाई की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
पुरानी राजनीतिक रंजिश का एंगल
इस घटना को खडसे और भाजपा नेता गिरीश महाजन के बीच पुरानी राजनीतिक खींचतान से भी जोड़कर देखा जा रहा है। गिरीश महाजन को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी माना जाता है, जबकि खडसे लंबे समय से उनके विरोधी माने जाते हैं।
मुख्यमंत्री फडणवीस की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्हें घटना की पूरी जानकारी नहीं मिली है। मैं सुबह से कई कार्यक्रमों में व्यस्त था, मीडिया में खबर देखी है। पूरी जानकारी मिलने पर ही टिप्पणी करूंगा। अगर अपराध हुआ है तो कार्रवाई अवश्य होगी।
हैदराबाद में भी रेव पार्टी का खुलासा
रेव पार्टी का दूसरा मामला हैदराबाद से सामने आया है, जहां तेलंगाना उत्पाद शुल्क विभाग ने एक सर्विस अपार्टमेंट में छापा मारकर 9 युवकों को गिरफ्तार किया।
बरामद ड्रग्स
2.08 किलो गांजा
50 ग्राम OG Kush
11.57 ग्राम मैजिक मशरूम
1.91 ग्राम चरस
बताया गया कि पार्टी का आयोजन आंध्र प्रदेश के युवकों द्वारा किया गया था, जिन्होंने फर्जी पहचान पत्रों का उपयोग किया था।
रेव पार्टियों में हाईप्रोफाइल नामों की गिरफ्तारी और नशीले पदार्थों की बरामदगी ने एक बार फिर महाराष्ट्र और तेलंगाना में कानून व्यवस्था और राजनीतिक हस्तक्षेप पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है, खासकर जब इसमें सियासी जोड़तोड़ और प्रतिद्वंद्विता की बू भी सामने आ रही है।